पथ संचलन में दिखी मातृशक्ति की धमक

भारतीय महिलाओं का सबसे बड़ा संगठन राष्ट्र सेविका समिति के वर्ग में प्रशिक्षण लेने आयी बालिकाओं और युवतियों ने वर्ग के 12 वें दिन समिति की गणवेश ( निर्धारित पोशाक में) राष्ट्र सेविका समिति के पूर्वी विभाग, दिल्ली में पथ संचलन किया । पथ संचलन में सड़क मार्ग से होते हुए प्रशिक्षु अनुशासनबद्ध होकर मार्च करते हैं। पथ संचलन गीता बाल भारती विद्यालय ,राजगढ़ कॉलोनी, कृष्णा नगर, शाहदरा से आरंभ होकर राजगढ़ कॉलोनी ,झील, लाल क्वाटर ,आजाद नगर, छाछी बिल्डिंग से होता हुआ वापिस राजगढ़ कॉलोनी गीता बाल भारती विद्यालय तक लगभग तीन किलोमीटर का रास्ता तय करके पहुंचा।

200 प्रशिक्षु बालिकाएं और युवतियां अनुशासन बद्ध हो कर शाहदरा की सड़कों पर अनुशासित सिपाहियों की तरह निकलीं तो उन्हें देखने भीड़ सड़कों के किनारे जुट गयी और उन्होनें भारत माता की जय के उद्घोष करते हुए पुष्प वर्षा की । जीप , मोटरसाइकिल और पैदल मार्च में चल रही समिति की प्रशिक्षिकाओं ने अपने प्रदर्शन से  लोगों का मन मोह लिया ।

राष्ट्र सेविका समिति गर्मियों की छुट्टियों में हर वर्ष बालिकाओं और युवतियों के लिए वर्ग का आयोजन करती है।लगभग 15 दिन के वर्ग में देश की स्त्री शक्ति को शारीरिक , मानसिक और बौद्धिक रूप से सशक्त किए जाने का प्रशिक्षण दिया जाता है । ताकि भविष्य में वो एक अच्छे समाज और अच्छे राष्ट्र के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दे सकें । इस वर्ष 20 मई से पूर्वी विभाग शाहदरा की राजगढ़ कॉलोनी के गीता बाल भारती विद्यालय में प्रवेश व प्रबोध वर्ग चल रहा है जिसका समापन 4 जून को होगा । वर्ग में लगभग 200 बालिकाएं और युवतियां भाग ले रही हैं । वर्ग की दिनचर्या सेना की तरह अनुशासित होती है। सभी  को सुबह चार बजे सोकर उठना होता है । पांच बजे से योग और चिंतन । उसके बाद ध्वज को प्रणाम करके शाखा लगती है। लगभग डेढ़ घंटे की शाखा के बाद नाश्ता और फिर कुछ समय के विराम के बाद देश विदेश की परिस्थितयों पर बौद्धिक वर्ग होते हैं । दोपहर के भोजन के बाद विश्राम और फिर शाम चार बजे से रात के 8.30 बजे तक वर्ग की विभिन्न गतिविधियां होती हैं । विशेष बात ये है कि यहां सबको आत्मनिर्भर बनने , सेल्फ डिफैंस आदि की ट्रेनिंग के साथ साथ उनके भीतर छुपी गायन ,वादन नृत्य और कला को भी निखारा जाता है । वर्ग में सामाजिक समरसता का यहां अनूठा संगम देखने को मिलता है ।

दिल्ली प्रांत की प्रमुख कार्यवाहिका श्रीमती सुनीता भाटिया , सह कार्यवाहिका श्रीमती विदुषी शर्मा और प्रांत प्रचारिका व अखिल भारतीय तरुणी सह प्रमुख सुश्री विजया शर्मा ,उत्तर क्षेत्र कार्यवाहिका चंद्रकांता जी की देख रेख और नेतृत्व में ये वर्ग चल रहा है । प्रवेश वर्ग अधिकारी दिल्ली की जानी मानी समाज सेविका श्रीमती भारती खन्ना हैं तथा प्रबोध वर्ग की वर्ग अधिकारी दिल्ली प्रांत कार्यवाहिका सुनीता भाटिया जी हैं। समिति की स्थापना 193 6 में स्वर्गीय श्रीमती लक्ष्मी बाई केलकर ने महाराष्ट्र के  वर्धा में की  थी । आठ दशक में  समिति अब विशाल रूप ले चुकी है देश विदेश में समिति की अनेक शाखाएं हैं । और समिति हर वर्ग की महिलाओं को साथ लेकर चलना रही है । लक्ष्मी बाई केलकर का मानना था कि महिलाएं देश की आधार शक्ति हैं और परिवार का केंद्र बिंदु हैं महिलाएं सशक्त होंगीतो समाज और देश सशक्त होगा ।

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