निगम चुनाव 22-गोरख पार्क वार्ड किसके सर सजेगा ताज -मुकेश दीक्षित
बाबरपुर विधानसभा का गोरखपार्क वार्ड नए परिसीमन और पहली बार महिला आरक्षित होने पर चुनाव मैदान है। बलबीर नगर, गोरखपार्क ईस्ट और वेस्ट, न्यू जाफराबाद, जनता कॉलोनी और जनता मजदूर कॉलोनी इस वार्ड में आते है। भाजपा से कुसुम तोमर, आम आदमी पार्टी से प्रियंका सक्सेना और आरती सेन कांग्रेस से यहाँ चुनाव मैदान में है।। ईस्ट गोरखपार्क और बलबीर नगर पहले बाबरपुर वार्ड का हिस्सा थे जहाँ से कुसुम तोमर पूर्व पार्षद थी। वही जनता कॉलोनी, जनता मजदूर कॉलोनी, न्यू जाफराबाद, वेस्ट गोरखपार्क वार्ड के वो हिस्से है जहाँ से आप पार्टी की उम्मीदवार प्रियंका सक्सेना के पति प्रेम बाबू सक्सेना 2017 में चुनाव लड़े थे और पूर्व पार्षद सचिन शर्मा के कुशल चुनावी प्रबंधन के चलते करीब 1000 वोट से चुनाव हार गए थे।
इस बार नए परिसीमन में इस वार्ड में करीब 65 हज़ार वोटर है। जिनमे करीब 36 हज़ार वोट मुस्लिम के और 29 हज़ार वोट हिन्दू है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के आने के बाद से कांग्रेस का कैडर वोट माना जाने वाला मुस्लिम वोट आम आदमी की तरफ पहुच चुका है।
गोरखपार्क वार्ड में कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार ना होने के कारण और तीनों उम्मीदवारों का लोकल हिन्दू एरिया के निवासी होने के कारण यहाँ पिछली बार की तरह चुनाव हिन्दू मुस्लिम नही बन पाएगा।। कांग्रेस इस वार्ड में अपनी जमीन तलाशने की कोशिश में है लेकिन यहाँ सीधा मुकाबला भाजपा की नेता कुसुम तोमर और आप पार्टी की घरेलू महिला प्रियंका सक्सेना में होना तय है।। गोरखपार्क के बुद्धिजीवी वर्ग का कहना है कि जहां आम आदमी पार्टी की प्रियंका पूरे 65 हज़ार वोट पर चुनाव लड़ रही है वही भाजपा की कुसुम तोमर मात्र 29 हज़ार हिन्दू वोट पर चुनाव मैदान में है।। इस वार्ड में विधानसभा चुनावों में मुस्लिम वोट के चलते गोपाल राय को बड़ी बढ़त प्राप्त हुई थी लेकिन हिन्दू वोट बहुतायत में भाजपा उम्मीदवार नरेश गौड़ के पक्ष में पड़े थे।
जहाँ टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में ज्यादा असंतोष है वही आप पार्टी मे टिकट बंटवारे को लेकर कम असंतोष देखने को मिल रहा है। कांग्रेस औपचारिता निभाती नजर आ रही है।
कुछ भी हो मुकाबला जबरदस्त होगा और जिसका भी चुनावी प्रबंधन अच्छा होगा जीत उसे मिलेगी।।