पुलिस आयुक्त विवेक फनसलकर ने डॉ. अमर कुमार पांडे की पुस्तक ए डॉन्स नेमेसिस लॉन्च की
उमेश शुक्ला का नेकस्ट प्रोजेक्ट ! पुलिस आयुक्त विवेक फनसलकर ने डॉ. अमर कुमार पांडे की पुस्तक ए डॉन्स नेमेसिस लॉन्च की, निर्माता राकेश डांग और निर्देशक उमेश शुक्ला ने स्क्रीन के लिए पुस्तक के रूपांतर की घोषणा की!
‘ए डॉन्स नेमेसिस’ डॉ. अमर कुमार पांडे की लिखी किताब है, जिसमें डॉन रवि पुजारी का पीछा करने और उसकी गिरफ्तारी के दौरान आये अनुभवों का विवरण है।
एक आईपीएस अधिकारी द्वारा संचालित एक लंबा ग्लोबल मिशन और एक स्मार्ट, सुनियोजित गिरफ्तारी!
डॉ अमर कुमार पांडे एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और कर्नाटक राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक हैं, जिन्हें अपने काम और सेवाओं के लिए जाना जाता है। डॉ पांडे ने अपने एक प्रमुख ऑपरेशन, कुख्यात डॉन रवि पुजारी की गिरफ्तारी के बारे में लिखी दूसरी पुस्तक को लॉन्च किया। ‘ए डॉन्स नेमेसिस’ नामक इस किताब का विमोचन पुलिस, आम नागरिक, प्रेस और फिल्म उद्योग के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस आयुक्त विवेक फनसलकर थे।
यह पुस्तक में डॉ. अमर कुमार पांडे द्वारा डॉन रवि पुजारी की खोज के लिए दुनिया भर में चलाये अभियान औत और अंत में पश्चिम अफ्रीकी देश सेनेगल उसका पता लगाकर और पहचान कर के, अंततः गिरफ्तारी और भारत में प्रत्यर्पित करने की कहानी है। यह डॉन छब्बीस साल से भूमिगत था, लेकिन उसकी देश भर में गंभीर आपराधिक गतिविधियां जारी थीं।
इस पुस्तक के भव्य लॉन्च के बारे में बात करते हुए, डॉ. अमर कुमार पांडे ने कहा, “ए डॉन्स नेमेसिस, डॉन रवि पुजारी को भारत के कानून के शिकंजे में कसने और उसे राष्ट्र के नागरिकों के प्रति जवाबदेह होने के लिए मजबूर करने की गाथा है। एक पुलिस अधिकारी के रूप में मेरे सम्पूर्ण सेवा काल में यह एक महत्वपूर्ण मामला था और मुझे लगता है कि इस पूरे अभियान को प्रत्येक भारतीय को जानना ज़रूरी है ताकि वे भारतीय पुलिस अधिकारियों के द्वारा की जाने वाली मेहनत को जान सकें और उनका इस बात में विश्वास और दृढ़ हो जाए कि हर अपराधी न्याय के कटघरे तक लाया जाएगा।“
इस लॉन्च के भव्य अवसर पर निर्देशक और निर्माता उमेश शुक्ला (मेरी गो राउंड स्टूडियोज) ने इस रोमांचकारी कहानी पर एक प्रोजेक्ट की घोषणा की। इसके बारे में बात करते हुए वे कहते हैं “ए डॉन्स नेमेसिस डॉ अमर कुमार पांडे की एक इनसाईटफुल जर्नी है, और मुझे लगता है कि यह एक ऐसी कहानी है जिसके बारे में हर भारतीय को पता होना चाहिए। यह प्रेरणादायी है और हमारे भारतीय पुलिस बल के समर्पण को दर्शाता है कि किसी भी कीमत पर न्याय मिलना ही चाहिए।“