
नई दिल्ली । हम दो हमारे दो तो सबके दो के नारे के साथ जनसँख्या नियंत्रण कानून के लिए आयोजित ‘भारत बचाओ महा रथयात्रा’ के प्रथम चरण के सम्पन्न होने पर राष्ट्रनिर्माण संगठन का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके के नेतृत्व में गृहमंत्री राजनाथ सिंह से उनके आवास पर मिले और यात्रा सम्बन्धी ज्ञापन सौंपा। 18 फरवरी को जम्मू से शुरू हुई 70 दिवसीय “भारत बचाओ महा रथयात्रा” के विषय में गृहमंत्री को यात्रा का विवरण देते हुए राष्ट्रनिर्माण अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके ने बताया कि 20 हज़ार किलोमीटर की इस यात्रा में देश भर में लोगों ने धर्म , जाति और सम्प्रदाय से ऊपर उठकर इस यात्रा को सम्पूर्ण समर्थन दिया। गृहमंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल की आधे घण्टे की बैठक में अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके ने जनसँख्या नियंत्रण कानून के समर्थन में देश भर से 10 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर संग्रह अभियान के बारे में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को विस्तार से अवगत करवाया। गृहमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल की बातों को बहुत तल्लीनता से सुना और जनसँख्या नियंत्रण कानून के लिए हर तरह के सहयोग का वचन दिया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रनिर्माण अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके को बताया कि उन्हें भारत बचाओ महा रथयात्रा के बारे में मंत्रालय के पदाधिकारियों और विभिन्न संचार माध्यमों से लगातार सूचनाएं मिल रहीं थीं और वो स्वयं इस यात्रा की अद्यतन स्थिति पर नज़र रख रहे थे। गृहमंत्री श्री सिंह ने राष्ट्रनिर्माण संगठन के अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके सहित संगठन के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की इस ऐतिहासिक यात्रा के सफल समापन के लिए भूरि भूरि प्रशंसा की।
बाद में संगठन के अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके ने मिडीया को बताया कि आगामी मानसून सत्र में सरकार प्रस्तावित कानून के लिए आवश्यक पहल करेगी। ५० से ज़्यादा सांसदों ने भी इस कानून के समर्थन की घोषणा कर रखी है।
संगठन के प्रतिनिधिमण्डल में राष्ट्रनिर्माण अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके, ट्रस्टी माया चव्हाणके, सह संयोजक कर्नल टीपी एस त्यागी, कर्नल यू बी सिंह, कर्नल शैलेन्द्र, सह संयोजक विजय यादव, प्रणव भाई हिन्दू शामिल थे।
जनसँख्या नियंत्रण कानून के लिए देश की सबसे बड़ी और लंबी “भारत बचाओ महा रथयात्रा” की शुरुआत 18 फरवरी को जम्मू से हुई थी। 70 दिनों की इस अनवरत यात्रा में 24राज्यों में लगभग 20 हज़ार किलोमीटर की दूरी तय कर और 1000 हज़ार से ज्यादा सभाएं कर 25 करोड़ लोगों की सहभागिता के साथ लोगों को “हम दो हमारे दो तो सबके दो” का संदेश दिया गया। अभी देश भर में संगठन के कार्यकर्ता कानून के समर्थन में 10 करोड़ हस्ताक्षर संग्रह के अभियान में जुटे हुए हैं।
देश के लगभग ५० सांसदों, 2५0विधायकों और 7 केंद्रीय मंत्रियों ने प्रस्तावित जनसँख्या नियंत्रण कानून को अपना औपचारिक समर्थन देने की घोषणा की है।