
नई दिल्ली : यूपी, उत्तराखंड में प्रचंड जीत और गोवा, मणिपुर में सरकार बनाने में सफलता पाने के बाद बीजेपी का फोकस एमसीडी चुनावों पर है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एमसीडी चुनावों की देखरेख के लिए केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम तैयार की है।
अमित शाह ने एमसीडी चुनावों के देखरेख का जिम्मा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, केंद्रीय मंत्री डॉ जीतेंद्र सिंह, केंद्रीय मंक्षी संजीव बालियान और सांसद व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्दे को सौंपा है। इसके अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्यान जाजू को दिल्ली प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है।
एमसीडी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। तीनों नगर निगमों के चुनाव के लिए 22 अप्रैल को वोटिंग। एमसीडी के लिए 27 मार्च से नामांकन शुरू हो जाएंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 3 अप्रैल है। 25 अप्रैल को वोटों की गिनती की जाएगी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आयोग को खत लिखकर एमसीडी के चुनाव EVM के बजाय बैलट पेपर से कराने की मांग की थी। हालांकि उनकी यह मांगं स्वीकार नहीं की गई है।
एमसीडी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। तीनों नगर निगमों के चुनाव के लिए 22 अप्रैल को वोटिंग। एमसीडी के लिए 27 मार्च से नामांकन शुरू हो जाएंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 3 अप्रैल है। 25 अप्रैल को वोटों की गिनती की जाएगी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आयोग को खत लिखकर एमसीडी के चुनाव EVM के बजाय बैलट पेपर से कराने की मांग की थी। हालांकि उनकी यह मांगं स्वीकार नहीं की गई है।
नई दिल्ली
यूपी, उत्तराखंड में प्रचंड जीत और गोवा, मणिपुर में सरकार बनाने में सफलता पाने के बाद बीजेपी का फोकस एमसीडी चुनावों पर है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एमसीडी चुनावों की देखरेख के लिए केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम तैयार की है।
अमित शाह ने एमसीडी चुनावों के देखरेख का जिम्मा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, केंद्रीय मंत्री डॉ जीतेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और सांसद व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्दे को सौंपा है। इसके अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्यान जाजू को दिल्ली प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है।
एमसीडी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। तीनों नगर निगमों के चुनाव के लिए 22 अप्रैल को वोटिंग। एमसीडी के लिए 27 मार्च से नामांकन शुरू हो जाएंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 3 अप्रैल है। 25 अप्रैल को वोटों की गिनती की जाएगी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आयोग को खत लिखकर एमसीडी के चुनाव EVM के बजाय बैलट पेपर से कराने की मांग की थी। हालांकि उनकी यह मांगं स्वीकार नहीं की गई है।
अभी दिल्ली के तीनों नगर निगमों एनडीएमसी, एसडीएमसी और ईडीएमसी में बीजेपी का शासन है। एनडीएमसी और एसडीएमसी में पार्षदों की 104-104 सीटें हैं जबकि ईडीएमसी में पार्षदों की 64 सीटें हैं। तीनों नगर निगमों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीटें आरक्षित हैं।