
चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को मतदान होगा और 18 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
उम्मीदवार 16 नवंबर से 23 नवंबर के बीच नामांकन दाखिल कर सकते हैं। नामांकन पत्रों की जांच 25 नवंबर तक होगी। 27 नवंबर तक उम्मीदार अपने नामांकर को वापस ले सकते हैं।
आयोग ने साफ कर दिया है कि चुनाव में वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल होगा। हिमाचल में आर्दश आचार संहिता अभी से लागू हो गई है। आचार संहिता लागू होने के बाद अब केंद्र सरकार भी राज्य के लिए कोई घोषणा नहीं कर सकेगी।
हर उम्मीदवार को पर्चा दाखिल करते समय सभी कॉलम भरने अनिवार्य होंगे। हलफनामा पूरा न भरने पर बाकायदा नोटिस जारी किया जाएगा। एक उम्मीदवार 28 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है।
चुनाव में वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल होगा। एक वोटर को 7 सकेंड तक वीवीपैट मशीन से निकली पर्ची देखने का समय मिलेगा। सभी पोलिंग स्टेशन ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। हिमाचल में 7,521 मतदाता केंद्र बनेंगे।
रैली, जुलूस की बाकायदा वीडियों रिकॉर्डिंग की जाएगी। गुजरात के विधानसभा चुनाव का ऐलान सोमवार या मंगलवार को किया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश में इस समय कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस की ओर से वीरभद्र सिंह ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत के लिए 35 सीटें होना जरूरी है।
गुजरात में पिछले 22 सालों से भाजपा की सरकार है। यहां 186 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे। इस बार यहां भाजपा के लिए राह आसान नहीं दिख रही है। विपक्ष एकजुट होता नजर आ रहा है
Election Commission to announce schedule for Assembly Elections to Gujarat and Himachal Pradesh today.
— ANI (@ANI) October 12, 2017
बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति पहले ही साफ कर चुके हैं कि गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपीएटी पर्चियों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा वीपीएटी पर्चियों को भी गिना जाएगा।