
मिशन ग्रीन फाउंडेशन ने आज अपने पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत फाउंडेशन व ऊँ सिद्ध महामृत्युंजय अंतर्राष्ट्रीय योग एवं ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संस्थापक तथा महामृत्युंजय चालीसा के रचयिता स्वामी सहजानंद नाथ ने डी.एन. कॉलेज हिसार के प्रिंसिपल डॉ. पवन कुमार शर्मा से मुलाकात कर मिशन से जुडऩे का अनुरोध किया। जिसे प्रिंसिपल डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सहर्ष स्वीकार करते हुए उनके अभियान में अपना पूर्ण सहयोग देने की बात कही तथा कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओं व स्टाफ सदस्यों को पर्यावरण संरक्षण की इस सराहनीय मुहिम से जुडऩे का विश्वास दिलाया।
इस अवसर पर प्रिसिंपल डॉ. शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज के आधुनिक व आपाधापी के दौर में हम पर्यावरण की घोर उपेक्षा कर रहे हैं जो कि हमारी आने वाली पीढिय़ों व भविष्य के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने मिशन ग्रीन फाउंडेशन के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि स्वामी सहजानंद नाथ इस दिशा में जो कार्य कर रहे हैं है वह प्रशंसनीय है जिसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि आज इस मुहिम से प्रत्येक व्यक्ति को जोडऩे की जरूरत है क्योंकि दिन-प्रतिदिन पर्यावरण को रहे नुकसान व जंगलों की अंधाधुंध कटाई ने हमारी धरती के स्वरूप को ही बदल दिया है। इसलिए अधिक से अधिक पेड़ लगाकर ही हम पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी पर्यावरण को लेकर गंभीर नहीं है इसके लिए उन्हें जागरुक करने की आवश्यकता है। ऐसी मुहिम से जुडक़र युवा जागरुक होंगे और पर्यावरण को बचाना व पेड़-पौधे लगाना अपनी नैतिक जिम्मेवारी समझेंगे। उन्होंने कहा कि प्रकृति हमारी मां के समान है जो हमें सबकुछ देती है इसलिए हमारा भी फर्ज है कि हम अपनी मां की सेवा करें और उसे बनाए रखने में अपना पूरा सहयोग दें।
डॉ. शर्मा ने स्वामी सहजानंद नाथ को आश्वासन दिया कि वे इस मुहिम में मिशन ग्रीन फाऊंडेशन का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए उन्होंने फाऊंडेशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत छात्र-छात्राओं से फॉर्म भरवाने की बात को भी सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने स्वामी सहजानंथ नाथ के समक्ष कॉलेज के हॉस्टल, स्टेडियम व कॉलेज परिसर में फाऊंडेशन द्वारा पौधे लगाकर हरा-भरा करने का प्रस्ताव भी रखा और उनकी पूरी देखभाल का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ राज्य में पेड़ को पालने व बड़ा करने पर छात्रों को अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं उसी तरह की नीति पूरे देश में लागू की जानी चाहिए ताकि अधिक से अधिक छात्र इससे जुडक़र पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकें । इसके अलावा उन्होंने विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की। स्वामी सहजानंद नाथ ने डॉ. पवन कुमार शर्मा का मिशन से जुडऩे के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।