
भाजपा विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने शिक्षा में सुधार लाने के लिए सरकार की ओर से उठाये गये कदम की सराहना करते हुए कुछ सुझाव दिये हैं. नवल किशोर यादव का कहना है कि सरकार सिर्फ 50 साल के ऊपर के अयोग्य शिक्षक को क्यों हटाना चाहती है. अगर 25 साल का शिक्षक भी अयोग्य है तो उसे भी हटाया जाए.
नवल किशोर यादव ने जो सुझाव दिए हैं उसमे निम्न शामिल हैं. सरकारी नौकर, जनप्रतिनिधियों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ें. 50 साल के अयोग्य शिक्षक ही क्यों, 25 साल के अयोग्य को भी बाहर का नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए. सिर्फ अयोग्य शिक्षक ही नहीं, अयोग्य अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को भी हटाया जाए.
इसके अलावा उन्होंने कहा कारण पता लगाया जाए कि समुचित व्यवस्था के बावजूद भी सात महीने में वेतन क्यों मिलते हैं. पढ़ाई के सिवाय शिक्षकों से अन्य काम लेना बंद हो. मुख्यमंत्री बिहार के विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं, वो गांव के लोगों को भी जोड़ें.