
वाराणसी में भी कमल ज़ोरदार खिला है. सभी आठों सीटें बीजेपी के खाते में आई हैं. वाराणसी की तमाम सीटें पर जीत हासिल करना बीजेपी की नाक का सवाल था. चुनाव से पहले ही ऐसा माना जा रहा था मानो यहां की सीटें अगर जीत लीं तो उत्तर प्रदेश को जीत लेने जैसा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है.
सूत्र बताते थे कि बनारस की आठों सीटों पर दावेदारी का निर्णय पीएम की देखरेख में हुआ था. वाराणसी संसदीय क्षेत्र पर अगर नजर डालें तो यहां की आठ विधानसभा सीटों में से तीन सीटों शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी और कैंट सीट पर भाजपा का कब्जा था. रोहनिया और सेवापुरी विधानसभा सीट पर समाजवादी का कब्जा था जबकि पिंडरा सीट पर कांग्रेस विजयी हुई थी तो अजगरा और शिवपुर सीट बसपा के पास था.